

64 साल की निर्मला सीतारमण को जब करीब 05 साल पहले अरुण जेटली की जगह वित्त मंत्री बनाया गया, तो किसी को शायद ही उम्मीद रही हो कि वो इस पद के लिए इतनी स्वाभाविक च्वाइस बन जाएंगी कि ना केवल इस पद पर फिर लौटेंगी बल्कि नरेंद्र मोदी सरकार में लगातार तीसरी बार केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ लेकर कोर मिनिस्टर्स में शामिल हो जाएंगी.
उन्होंने सियासी करियर में पहचान यूपीए काल में बनाई थी. जब नितिन गड़करी के बीजेपी के अध्यक्ष रहते उन्हें बीजेपी का प्रवक्ता बनाया गया. वह तेजतर्रार प्रवक्ता साबित हुई. 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो वह केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हो गईं. उन्होंने उद्योग और वाणिज्य मंत्री के रूप में शुरुआत की. फिर देश की पहली महिला रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया.